"हाल"
"हाल पूछ के , और ना तबियत नासाज़ किया करो हमारी
दर्द तुम्हे भी होगा हमारी साफबयानी से
तुम्हे लगता होगा की बड़े नादान हैं हम
ये जख्म भी मिला है हमें , तुम्हारी ही मेहरबानी से "
दर्द तुम्हे भी होगा हमारी साफबयानी से
तुम्हे लगता होगा की बड़े नादान हैं हम
ये जख्म भी मिला है हमें , तुम्हारी ही मेहरबानी से "
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