"किरायेदार ख़ुशियाँ"


 “किरायेदार ख़ुशियाँ”


“ज़िंदगी के शहर में किरायेदार थीं ख़ुशियाँ

कुछ वक्त रहकर चलीं गयीं


ग़म बड़े रसूखदार थे मगर, उम्र भर को बने रहे”


(अनिल मिस्त्री)

टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

"बेशरम का फूल "

मुद्दत